#sadgurubhakti #vihangamyogbhajan #sadgurubhajan #bhajan भाष्य-इस पद में ग्रन्यकार श्री स्वामी जी ने कृषि के रूपक द्वारा अध्यात्म की ऊँचाई और साधना का वर्णन किया है। कृषक का हृदय प्रसन्नता से झूम उठता है, जब वह आकाश में बादलों की उमड़ कर जल की वर्षा करते देखता है। उसी प्रकार साधक के चिदाकाश में जब मेघ… Continue reading शब्द प्रकाश भजन- ११३(कजरी), संतों गगन घटा घहरावै…, Vihangam Yoga 🧘♀️